Samaspur Halor, Raebarili 229103
हमारे संस्था के बारे में !!!







हमारे संस्था के बारे में
हमारे प्रमुख न्यासी श्री संदीप दास जी महराज पुत्र श्री दिलीप कुमार जो कि कायस्थ कुल में जन्म लियें हैं।
इनका जन्म 10 जुलाई 1990 में समसपुर गांव में हुआ था। आपकी शैक्षिणिक योग्यता बीएससी मैथ है।
इस ट्रस्ट के जन्म का कारण पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य संस्थापक गायत्री शक्ति पीठ द्वारा उक्त भूमि पर श्री बालाजी पवन तनय मंदिर निर्माण के लिये। हमारे प्रमुख न्यासी के जन्म से दशकों पूर्व आपके बाबा श्री परमेश्वरी दयाल श्रीवास्तव व दादी श्रीमती प्रभा श्रीवास्तव के अनुनय विनय पर पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा पूजा, पाठ, यज्ञ, हवन का आयोजन हुआ था, जिसके समापन के समय पंडित श्री श्री राम शर्मा आचार्य नें हमारे मुख्य न्यासी के दादा श्री सन्तोष श्रीवास्तव के विशेष आयोजन से प्रसन्न होकर एक भविष्य वाणी की गयी कि 10 जुलाई 1990 को तुम्हारे परिवार में एक विलक्षण प्रतिभा का जन्म होगा जो श्री बालाजी का भक्त होगा उसे आप यह बाग उक्त बच्चे को मंदिर निर्माण हेतु दे दीजियेगा, यह मंदिर एक दिव्यपीठ के रुप में स्थापित होगा।
जो देश की किसी प्रसिद्ध शक्ति पीठ से दीक्षित होकर जब भी आपसे जमीन की मांग करे तब आप उक्त जमीन उक्त बालक को निस्वार्थ भाव से समस्त परिवारीजन मिलकर दान देकर सनातन सशक्तिकरण व पुनर्स्थापना की धुरी बनकर सनातन धर्म एवं संस्कृति की पुनर्स्थापना में पुण्य के भागीदार बनें। क्योंकि कायस्थ (चित्रगुप्त वंशी) सनातन की वास्तविक व प्रमुख धुरी हैं।
उक्त कार्यक्रम के समापन के एक दशक बाद परिवार में एक बालक का जन्म होता है, जिसका नाम परिजन संदीप रखतें हैं। जो धीरे धीरे बड़े होकर श्री शोभन सरकार द्वारा दीक्षा प्राप्त करनें के उपरांत सन् 2008 से सन् 2014 श्री बालाजी दरबार मेंहदीपुर में पूजा अर्चना व साधना की तत्पश्चात श्री बालाजी मन्दिर मेंहदीपुर से अखंड ज्योति लाकर समसपुर हलोर में लाकर ब्रह्मचारी जी महराज के मन्दिर में रखकर 29 दिवसीय श्री सीताराम का अखंड पाठ श्री अजय श्रीवास्तव के विशेष सहयोग व स्थानीय लोगों के सहभाग से सम्पूर्ण हुआ। तत्पश्चात सनातनियों का जुड़ना शुरू हुआ, धीरे धीरे माताजी के मन्दिर का जीर्णोद्धार कराया गया। जिसमें विशेष सहयोग राजकुमार यादव, संजय मिश्रा, दिनेश.वर्मा, अमर बहादुर वर्मा, अशोक यादव, स्वर्गीय रामेन्द्र मिश्रा, अंशू श्रीवास्तव, रामसजीवन लोधी, कलीमखान, निखिल प्रजापति, कमल किशोर बाजपेयी, ठाकुर विवेक सिंह आजमगढ़, स्वर्गीय पंण्डित रमल शास्त्री तांत्रिक सम्राट, दिव्या त्रिपाठी, प्रदीप बाजपेयी, अनूप श्रीवास्तव, अजय शर्मा बनारस, अनुराग बत्रा रोहतक वाले, संजीव गुप्ता, सौरभ सिंह, नन्द किशोर यादव एडवोकेट, मुकेश कुमार बाल्मीकि, सौरभ श्रीवास्तव, विवेक, हर्षित, सुजीत, मयंक, वीरेन्द्र श्रीवास्तव, स्वर्गीय ज्योत्सना श्रीवास्तव, रजत चौधरी, प्रदीप श्रीवास्तव, सुशील वर्मा, स्वर्गीय श्री गुरु प्रसाद श्रीवास्तव, अंकुर लाइट एवं टेंट हाउस का विशेष अविस्मरणीय योगदान रहा।